सार्वभौमिक सुभाषित : Universal Quotes

“विश्वसनीय उद्धरण” (Universal Quotes) एक ऐसा माध्यम है जो हमारे जीवन में प्रेरणा और उत्साह का स्रोत हो सकता है। ये उद्धरण विख्यात व्यक्तियों, लोकप्रिय लेखकों, दार्शनिकों और सोचने वाले लोगों के विचारों को संक्षेप में प्रस्तुत करते हैं, जो जीवन के विभिन्न पहलुओं में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।

ये उद्धरण हमें समझाते हैं कि सफलता का मार्ग केवल कठिनाइयों से होकर नहीं बल्कि मनोबल, संघर्ष, और निरंतर प्रयासों से जाता है। वे हमें सोचने के तरीके और जीवन के मूल मूल्यों के बारे में विचार करने की प्रोत्साहित करते हैं।

विश्वसनीय उद्धरण एक सामाजिक और मानसिक संदेश का भी प्रसार करते हैं, जो सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए हमारी सोच को पॉजिटिव रूप में प्रभावित करते हैं। ये उद्धरण हमारे जीवन में मनोबल और सफलता की ओर एक प्रेरणा स्रोत के रूप में कार्य करते हैं, जो हमें उच्च लक्ष्यों की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

50+ Universal Quotes

  1. यदि राष्ट्र की एकता को स्थापित रखना है तो उसका माध्यम केवल हिंदी हो सकता है। – सुब्रह्मण्यम भारती
  2. भारतीय शिक्षा में अंग्रेज़ी माध्यम का उपयोग सबसे बड़ी बाधा है। किसी भी सभ्य समाज की शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं होता। — महामना मदनमोहन मालवीय
  3. हिंदी ही हिंदुस्तान को एकता के सूत्र में बाँध सकती है। हर महीने कम से कम एक हिंदी पुस्तक ख़रीदें! हम नहीं तो क्या विदेशी लोग हिंदी लेखकों को प्रोत्साहन देंगे? — शास्त्री फ़िलिप
  4. किसी भी भाषा के साथ एक संस्कार, एक सोच, एक पहचान और प्रवृत्ति जुड़ी होती है। — भरत प्रसाद
  5. व्यक्ति के चेहरे में जो उसकी बीस वर्ष की आयु में दिखाई देता है, वह प्रकृति की देन है, तीस वर्ष की आयु के चेहरे में जो जीवन के उतार-चढ़ाव की दिखाई देती है, वह उसकी अपनी कमाई है, लेकिन पचास वर्ष की आयु के चेहरे में व्यक्ति की अपनी कमाई दिखाई देती है। — अष्टावक्र
  6. देश कभी चोर उचक्कों की करतूतों से नहीं बरबाद होता, बल्कि शरीफ़ लोगों की कायरता और निकम्मेपन से होता है।– शिव खेड़ा
  7. यह सत्य है कि पानी में तैरने वाले ही डूबते हैं, किनारे पर खड़े रहने वाले नहीं, लेकिन किनारे पर खड़े रहने वाले कभी तैरना भी नहीं सीख पाते।– वल्लभ भाई पटेल
  8. दुख को दूर करने के लिए एक ही अमोघ औषधि है- मन से दुखों की चिंता न करना।– वेदव्यास
  9. पराजय से सत्याग्रही को निराशा नहीं होती, बल्कि कार्यक्षमता और लगन बढ़ती है।–महात्मा गांधी
  10. हँसमुख व्यक्ति वह फुहार है जिसके छींटे सबके मन को ठंडा करते हैं।–अज्ञात
  11. मुट्ठी भर संकल्पवान लोग जिनकी अपने लक्ष्य में दृढ़ आस्था है, वे इतिहास की धारा को बदल सकते हैं।–महात्मा गांधी
  12. रामायण समस्त मनुष्य जाति को अनिर्वचनीय सुख और शांति पहुँचाने का साधन है।–मदनमोहन मालवीय
  13. उजाला एक विश्वास है जो अँधेरे के किसी भी रूप के विरुद्ध संघर्ष का बिगुल बजाने को तत्पर रहता है। यह हममें साहस और निडरता भरता है।–डॉ. प्रेम जनमेजय
  14. वही पुत्र हैं जो पितृ-भक्त हैं, वही पिता हैं जो ठीक से पालन करता हैं, वही मित्र है जिस पर विश्वास किया जा सके और वही देश है जहाँ जीविका हो।-चाणक्य
  15. जब तक आप स्वयं में आत्मविश्वास नहीं रखते हैं, तब तक आप परमात्मा में विश्वास नहीं कर सकते हैं।– स्वामी विवेकानंद
  16. कहानी जहाँ समाप्त होती है, जीवन वहीं से प्रारंभ होता है।’– संजीव
  17. वही राष्ट्र सच्चा लोकतंत्रिक होता है जो अपने कार्यों को बिना हस्तक्षेप के सुचारु और सक्रिय रूप से निर्वहन करता है।– महात्मा गांधी
  18. जब तक हम स्वयं निर्दोष नहीं होते हैं, तब तक हम दूसरों पर कोई सफलतापूर्वक आरोप नहीं लगा सकते हैं।- सरदार पटेल
  19. जीवन का रहस्य भोग में स्थित नहीं होता, यह केवल अनुभव द्वारा निरंतर सीखने से ही प्राप्त होता है। -विवेकानंद
  20. ईश्वर बड़े बड़े साम्राज्यों से ऊब उठता है, किन्तु छोटे-छोटे पुष्पों से कभी खिन्न नहीं होता। रवीन्द्रनाथ ठाकुर
  21. महापुरुष वे ही होते हैं जो विभिन्न परिस्थितियों के रंगों में रंगे जाने के बाद भी अपने व्यक्तित्व की पहचान को खोने नहीं देते। -मुक्ता
  22. रंगों का स्वभाव है बिखरना और मनुष्य का स्वभाव है उन्हें समेटकर अपने जीवन को रंगीन बनाना। -मुक्ता
  23. बच्चों को शिक्षा के साथ यह भी सिखाया जाना चाहिए कि वे मात्र एक व्यक्ति नहीं हैं, वे संपूर्ण राष्ट्र की थाती हैं।- स्वामी रामदेव
  24. विनम्रता की परीक्षा ‘समृद्धि’ में और स्वाभिमान की परीक्षा ‘अभाव’ में होती है।
  25. आदित्य चौधरी
  26. शरीर को रोगी और निर्बल रखने के सामान दूसरा कोई पाप नहीं है।- लोकमान्य तिलक
  27. स्वदेशी उद्योग, शिक्षा, चिकित्सा, ज्ञान, तकनीक, खानपान, भाषा, वेशभूषा एवं स्वाभिमान के बिना विश्व का कोई भी देश महान नहीं बन सकता।- बाबा रामदेव
  28. जैसे जल के बिना धान नहीं उगता, उसी तरह विनय के बिना प्राप्त की गई विद्या फलदायी नहीं होती।-भगवान महावीर
  29. अकर्मण्यता से यशस्वी जीवन और यशस्वी मृत्यु श्रेष्ठ होती है।-चंद्रशेखर वेंकट रमण
  30. सत्य से कीर्ति प्राप्त होती है और सहयोग से मित्रता बनाई जाती है।-कौटिल्य अर्थशास्त्र
  31. जैसे जल कमल के पत्ते पर नहीं ठहरता, उसी तरह मुक्त आत्मा के कर्म उससे नहीं चिपकते हैं।–छांदोग्य उपनिषद
  32. कामनाएँ समुद्र की भाँति अतृप्त हैं। पूर्ति के प्रयास करने पर उनका कोलाहल और बढ़ता है।-स्वामी विवेकानंद
  33. पुरुषार्थ से दरिद्रता का नाश होता है, जप से पाप दूर होता है, मौन से कलह की उत्पत्ति नहीं होती और सजगता से भय नहीं होता। – चाणक्य जी
  34. शासन के समर्थक को जनता पसंद नहीं करती और जनता के पक्षपाती को शासन। इन दोनो का प्रिय कार्यकर्ता दुर्लभ है। – पंचतंत्र
  35. ख्याति नदी की भाँति अपने उद्गम स्थल पर क्षीण ही रहती है किंदु दूर जाकर विस्तृत हो जाती है। – भवभूति जी
  36. कुमंत्रणा से राजा का, कुसंगति से साधु का, अत्यधिक दुलार से पुत्र का और अविद्या से ब्राह्मण का नाश होता है।- विदुर जी
  37. विचार प्रचार के लिए बुद्धि ही सर्वोत्तम शस्त्र है, क्योंकि ज्ञान ही अन्याय को दूर कर सकता है। – शंकराचार्य
  38. व्यक्ति अपने लिए जीवन जीता है जब वह दूसरों के लिए जीना सीखता है, तब वे उसके लिए जीतते हैं। – श्री परमहंस योगानंद
  39. मोक्ष प्राप्त करने के लिए, व्यक्ति को फल की अभिलाषा को छोड़कर कर्म करना चाहिए। – गीता
  40. बच्चों का पालन, उन्हें अच्छे व्यवहार की शिक्षा देना भी सेवाकार्य है, क्योंकि यह उनके जीवन को सुखी बनाता है।– स्वामी रामसुखदास
  41. समस्त भारतीय भाषाओं के लिए यदि कोई एक लिपि आवश्यक हो तो वह देवनागरी ही हो सकती है।- कृष्णस्वामी अय्यर
  42. मस्तिष्क इन्द्रियों की अपेक्षा महान है, शुद्ध बुद्धिमत्ता मस्तिष्क से महान है, आत्मा बुद्धि से महान है, और आत्मा से बढ़कर कुछ भी नहीं है। -स्वामी शिवानंद
  43. जो कर्म छोड़ता है वह गिरता है, कर्म करते हुए भी जो उसका फल छोड़ता है वह चढ़ता है।— महात्मा गाँधी
  44. विश्व की सर्वश्रेष्ठ कला, संगीत और साहित्य में भी कमियाँ देखी जा सकती है, लेकिन उनके यश और सौंदर्य का आनंद लेना श्रेयस्कर है। -श्री परमहंस योगानंद
  45. तर्क से किसी निष्कर्ष पर पहुँचा जा सकता है नहीं। मूर्ख लोग तर्क करते हैं, जबकि बुद्धिमान विचार करते हैं।-श्री परमहंस योगानंद
  46. दीपक सोने का हो या मिट्टी का, मूल्य उसका नहीं होता, मूल्य होता है उसकी लौ का, जिसे कोई अँधेरा, अँधेरे के तरकश का कोई तीर ऐसा नहीं जो बुझा सके।- विष्णु प्रभाकर
  47. देश का उद्धार विलासियों द्वारा नहीं हो सकता। उसके लिए सच्चा त्यागी होना आवश्यक है।-प्रेमचंद
  48. “सपने वो नहीं होते जो हम सोते समय देखते हैं, बल्कि सपने वो होते हैं जो हमें सोने नहीं देते।” – आ. प. जे. अब्दुल कलाम
  49. “जीवन का मूल्य उसके छोटे-छोटे पलों में छिपा होता है, जो हमें सबसे ज्यादा खुशी और संतुष्टि देते हैं।” – राल्फ वाल्डो इमर्सन
  50. “संघर्ष के बिना कोई भी सफलता महसूस नहीं होती, जैसे कि रात के बिना सूरज की किरणें नहीं होतीं।” – अप्जाब कलाम
  51. “आपकी सोच आपकी दुनिया को बदल सकती है।” – विलियम जेम्स
  52. “सफलता वो होती है जब तैयारी और मौका मिलते हैं।” – बेनजामिन डिस्रेली
  53. “जीवन का सबसे बड़ा खजाना समय है, इसे खोने का सबसे बड़ा नुकसान है।” – हैरी एल्वर्ड
  54. “सफलता का एकमात्र सूत्र है: हर बार डुबकर उभरना नहीं है।” – आपजिल कैम्बल
  55. “आपका कार्य आपके दिल से आना चाहिए, तभी आप वास्तविक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।” – अनोनिमस
  56. “सपने वो नहीं होते जो हम सोते समय देखते हैं, बल्कि सपने वो होते हैं जो हमें सोने नहीं देते।” – आ. प. जे. अब्दुल कलाम
  57. “जीवन का सबसे बड़ा खजाना समय है, इसे खोने का सबसे बड़ा नुकसान है।” – हैरी एल्वर्ड

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