Enhancing Education Through CCLE: Transforming School Education in Madhya Pradesh
Welcome to CCLE in Education – your gateway to innovative and transformative education in the state of Madhya Pradesh. We, at Education with CCLE, are committed to revolutionizing the educational landscape through our cutting-edge approach, inspired by the New Education Policy 2020. Our core focus revolves around implementing progressive teaching methodologies, promoting inclusivity and fostering holistic development.
School Morning Prayer : स्कूलों में प्रतिदिन के कार्यों की शुरुवात प्रातःकालीन प्रार्थना सभा से होती है। प्रतिदिन अलग अलग बच्चों की सहभागिता की अपेक्षा की जाती है। इस हेतु मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने CCLE के अंतर्गत विशेष प्रकार की गतिविधियों की भी सिफारिश की है। इन सभी विशेष गतिविधियों के लिए निचे दी गई लिंक पर क्लिक करें।
सर्वप्रथम सावधान की मुद्रा में राष्ट्रगीत अथवा राष्ट्रगान का गायन आवश्यक है ।
मध्यप्रदेश गान आवश्यक नहीं है
सरस्वती वंदना के अनेक स्वरूप उपलब्ध हैं
ग्रेगोरियन एवं भारतीय कलेंडर के अनुरूप तथा विशेष दिवसों का उल्लेख किया जाता है
प्रसिद्ध महापुरुषों एवं अन्य के द्वारा प्रेरणादायी कोटशन
प्रतिदिन के महत्त्वपूर्ण समाचारों का वाचन से छात्रों को अपडेट करना
लघु नाटक, संगीत एवं अन्य कला का प्रदर्शन
स्कूल के बच्चों का जन्मदिन अभिनंदन भी किया जाए
आवश्यकतानुसार योग एवं ध्यान भी करवाया जा सकता है

शिक्षा एक महत्तवपूर्ण क्षेत्र है जो न केवल हमारे जीवन को संवारता है बल्कि हमारे समाज को भी एक नई दिशा देता है। “ccle in education” का अर्थ है “Comprehensive and Continous Learning and evaluation” जो छात्रों और शिक्षकों के लिए एक ऐसा मंच प्रदान करता है जहां वे मिलकर नई सोच और रचनात्मकता के माध्यम से शिक्षा को एक नए आयाम पर ले जा सकते हैं।
छात्रों के लिए, “ccle” का मतलब है कि वे एक सहयोगी वातावरण में सीख सकते हैं जहां वे अपने विचारों और विचारधाराओं को खुलेआम साझा कर सकते हैं। यह तरीका न केवल उन्हें अधिक आत्मनिर्भर बनाता है बल्कि उनकी सोचने-समझने की क्षमता को भी बढ़ाता है। “ccle” एक ऐसा मंच है जो छात्रों को रचनात्मकता की ओर प्रेरित करता है, जहां वे न केवल पाठ्यक्रम के अनुसार सीखते हैं बल्कि अपने ज्ञान को नया आयाम देने के लिए स्वतंत्र होते हैं।
शिक्षकों के लिए, “ccle” एक अद्वितीय अवसर प्रदान करता है जहां वे पारंपरिक शिक्षण विधियों से हटकर एक नई और रचनात्मक शिक्षण विधि को अपना सकते हैं। शिक्षकों को इस वातावरण में छात्रों के साथ मिलकर काम करने का अवसर मिलता है, जहां वे न केवल उन्हें शिक्षित करते हैं बल्कि उनसे भी सीखते हैं। “ccle” शिक्षकों को उनकी शिक्षण विधियों को नए और रचनात्मक तरीके से प्रस्तुत करने का अवसर देता है, जिससे छात्र और अधिक प्रेरित होते हैं और शिक्षा के प्रति उनका दृष्टिकोण बदलता है।
“ccle” का उद्देश्य एक ऐसा वातावरण तैयार करना है जहां शिक्षा न केवल किताबों तक सीमित रहती है बल्कि छात्रों और शिक्षकों के बीच एक द्विपक्षीय संवाद के माध्यम से एक नई सोच और रचनात्मकता की दिशा में अग्रसर होती है। यह न केवल शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाता है बल्कि छात्रों और शिक्षकों दोनों के जीवन में एक सकारात्मक परिवर्तन लाता है।
इस प्रकार, “ccle in education” एक ऐसा विचार है जो हमें शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशाएं खोजने और हमारे छात्रों और शिक्षकों को अधिक रचनात्मक और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित करता है। आइए, हम सभी मिलकर इस विचार को अपनाएं और शिक्षा के क्षेत्र में एक नया और उज्जवल भविष्य बनाने की दिशा में कदम बढ़ाएं।