किसी भी बात को लिखने के लिए वास्तव में उस विषय के बारे में काफी गहन और व्यापक ज्ञान की आवश्यकता होती है । यह गहराई और व्यापकता केवल तभी संभव हो सकती है जब उसने विषय पर, विषय के बारे में बहुत सारे शोध, अध्ययन और पढ़ाई की हो ।
लेखन कौशल एक ऐसी विधा है जिसे व्यक्ति की किसी भी विषय में समझ उसके विश्लेषण पर प्रस्तुति की क्षमता और दक्षता का आकलन होता है. लेखन को सतत एवं व्यापक मूल्यांकन कार्यक्रम में विशेष महत्व दिया गया है । बाल सभा के लिए निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार माह का प्रथम शनिवार लेखन गतिविधियों पर आधारित होता है ।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार विद्यार्थी Minimum Level of Learning का ध्यान रखते हुए उसे कौशल से जोड़ना पहली प्राथमिकता है । 21 वी शताब्दी में 4C’s यानि Creativity, Critical Thinking, Communication और Collaboration के ऊपर आधारित ज्ञान, हर क्षेत्र में विद्यार्थी को सफल होने के लिए आवश्यक है । इन्हीं कौशलों में से एक लेखन कौशल अभिव्यक्ति का वह माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने विचार उस व्यक्त तक पहुंचाते हैं जो हमारे समक्ष नहीं होता । फिर चाहे वह साहित्य लेखन हो या फिर कोई प्रोजेक्ट लेखन ।
प्रभावशाली लेखन के लिए विद्यार्थी को रिसर्च करना होता है, अपना शब्द भंडार बढ़ाना होता है, साथ ही साथ उसी विषय से संबंधित वातावरण का भौतिक रूप से अध्ययन भी करना होता है । इसीलिए लेखन कौशल के दौरान विद्यार्थी सिर्फ लिखना ही नहीं सिखाता बल्कि दूसरों को पढ़ता भी है । विभिन्न विषयों को तार्किक समझ भी विकसित करता है ।
21वीं सदी के कौशलों पर आधारित सतत एवं व्यापक अधिगम एवं मूल्यांकन कार्यक्रम के अंतर्गत कौशल को एक अनिवार्य घटक के रूप में समाहित किया गया है । विद्यार्थी लेखन कौशल को चरणबद्ध तरीके से सीख सकें इसके प्रति अपनी कला विकसित कर सके । इसके उद्देश्य से CCLE के तहत स्कूलों में माह के प्रथम शनिवार को लेखन से संबंधित कई तरह की गतिविधियां कराई जाती हैं ।
लेखन कौशल के अंतर्गत की जाने वाली गतिविधियां
निबंध लेखन
समाचार पत्र लेखन
कहानी, कविता एवं नाट्य लेखन
प्रोजेक्ट, प्रपोजल या परियोजना लेखन
स्व विवरण लेखन / रीज्यूमे लेखन
निबंध लेखन
निबंध लेखन किसी विषय को गहन रिसर्च के बाद तर्क और तथ्यों के ढांचे में फिट करके उसे व्यवस्थित रूप देना है, जिससे कि उस विषय वस्तु को और अधिक गहराई से समझा जा सके । निबंध व्यक्तित्व की अभिव्यक्ति भी है और किसी विषय विशेष का विस्तृत स्वरूप भी ।
प्रायः देखा जाता है की परीक्षा के लिए निबंध के नाम पर विद्यार्थी Wonder of Science और My Hobby जैसे गिने-चुने निबंध रट लेते हैं । जिसका उद्देश्य परीक्षा में नंबर लाने के अतिरिक्त और कुछ नहीं होता । ऐसे में विद्यार्थी ना तो निबंध लेखन का वास्तविक उद्देश्य समझ पाते हैं और ना ही उसका सही शिल्प सीख पाते हैं, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में विद्यार्थियों को इसी रटंत विद्या से दूर करने पर जोर दिया गया है ।
निबंध लेखन की इस गतिविधि में विद्यार्थी अपने द्वारा की गई रिसर्च और स्वयं के जीवन अनुभव को पाठकों तक पहुंचाता है । जिससे पाठक उससे जुड़ भी सके और विषय की गहराई को समझ भी सकें । इस प्रकार निबंध लेखन की इस गतिविधि से छात्र के व्यक्तित्व में निखार आता है एवं उसकी वैचारिक क्षमता का विकास होता है ।
निबंध के विषय का चयन शनिवार के 2 दिन पहले ही माह की थीम के अनुसार कर लिया जाता है । इन 2 दिनों में विद्यार्थी विभिन्न माध्यमों से शोध और संदर्भ सामग्री का संग्रहण करता है, जिससे उनका ज्ञान वर्धन भी होता है और 2 दिन पहले ही विद्यार्थी अपने दिमाग में निबंध की रूपरेखा तैयार करना शुरू कर देता है ।
CCLE के तहत निबंध लेखन की गतिविधि मुख्य रूप से चार चरण में होती है ।
- माह की थीम पर आधारित विषय का चुनाव.
- चुने हुए विषय पर शोध एवं सूचना का संकलन
- क्रमबद्ध तरीके से निबंध का लिखित प्रस्तुतीकरण,
- अन्य छात्रों के साथ अपने निबंध पर परिचर्चा एवं सुधार
समाचार पत्र लेखन
समाचार पत्र या अखबार हमारे दैनिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है । आसपास होने वाली घटनाओं देश विदेश की खबरें और राष्ट्र की दिशा, दशा का पता, हमें इन्हीं समाचार पत्रों के माध्यम से ही लगता है । प्रिंट मीडिया व्यवसाय में विश्व में दूसरे नंबर पर आने वाले हमारे भारत में 100000 से भी अधिक रजिस्टर्ड पब्लिकेशंस हैं ।
सीसीएलई की इस सामूहिक गतिविधि के अंतर्गत सदन के विद्यार्थी “अपना समाचार” शीर्षक से अपना स्वयं का अखबार प्रकाशित करते हैं । इसमें वे अपने आसपास की घटनाओं को एक पत्रकार की नजर से देखते हैं, उन घटनाओं को खबर बनाकर लिखते हैं, खबर के प्रभाव और भावनाओं को समझते हुए अभिव्यक्त करते हैं और फिर खबरें इकट्ठी हो जाने के बाद, अपने समाचार पत्र के नाम एवं लोगों के साथ उन खबरों को समाचार पत्र के रूप में डिजाइन करके उसे प्रकाशित करते हैं ।
इस गतिविधि से विद्यार्थी में खबर लिखने के शिल्प, सही और गलत खबर की पहचान, खबरों के गुणवत्ता के स्तर को बढ़ाना, आमजन की समस्या निवारण के लिए खबर का सही स्वरूप में प्रकाशन, Proof Reading और संपादकीय लेखन जैसे कार्य करते हैं । इसके साथ ही वे अखबार के विभिन्न विभागों राजनीति, खेल, रक्षा, प्रचार प्रसार की भूमिका भी समझते हैं । इस गतिविधि से जहां एक और विद्यार्थियों में परस्पर एवं सामूहिक सहयोग की भावना का विकास होता है तो वहीं दूसरी ओर विद्यार्थी समाचार लेखन के शिल्प को सीखते हुए जागरूक नागरिक होने का जीवन कौशल भी सीखते हैं ।
गतिविधि के चरण
- समाचार पत्र का नाम एवं लोगो डिजाइन करना
- समाचार पत्रों के प्रष्ठों एवं भूमिका का निर्धारण
- अपनी रूचि के अनुसार घटनाओं या खबरों का संकलन
- अपने साथियों से परिचर्चा एवं रचनात्मक प्रस्तुतीकरण
- समाचार पत्र के सभी प्रष्ठों का संकलन एवं संपादन
कहानी, कविता एवं नाटक लेखन
भारत कहानियों का देश है, हम सब बचपन से कहानियां सुनते आ रहे हैं, पढ़ते आ रहे हैं । उन कहानियों को नाटकों और सिनेमा के रूप में देखते आ रहे हैं । कविता और गीत हमारी संस्कृति में रचे बसे हैं । हम सब ने पारंपरिक उत्सवों में गीतों को सुना है ।
इस गतिविधि में विद्यार्थियों को प्रसिद्ध कहानियों या कविताओं के माध्यम से कविता एवं कहानी लेखन का शिल्प सिखाया जाता है । उसके बाद उनकी रूचि के अनुसार शिक्षकों के मार्गदर्शन में दिए गए विषय पर कविता, कहानी लिखने को दी जाती है । विद्यार्थियों को उनके पाठ्य पुस्तकों में दिए गए अथवा बाहर के किसी प्रसिद्ध नाटक के माध्यम से नाटक लेखन का शिल्प समझाया जाता है और फिर अंत में विद्यार्थी स्वयं की कल्पना से नाटक लेखन करते हैं ।
CCLE की इस गतिविधि से विद्यार्थी में रचनात्मकता एवं कल्पनाशीलता का विकास होता है । जीवन के सूक्ष्म अवलोकन की कला विकसित होती है, संवेदनशीलता आती है । साथ ही स्वयं के विचारों को कलात्मकता के साथ अभिव्यक्त करने का आत्मविश्वास भी जागृत होता है ।
गतिविधि के चरण
- कविता, कहानी को पढ़ते हुए शिल्प को समझना
- अपनी कल्पना से कहानी लिखना
- पाठ्यपुस्तक के किसी नाटक को शिक्षक के माध्यम से समझना
- शिक्षकों के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों द्वारा नाटक लेखन करना
प्रोजेक्ट प्रपोजल और परियोजना लेखन
विद्यार्थी देश का भविष्य है, देश की समस्याओं का समाधान आगे आकर युवाओं को करना है लेकिन समस्याओं को सुलझाने के लिए उनकी पहचान, उनके बारे में चिंतन और उनके निराकरण के लिए एक गहरी समझ आवश्यक है । देश की समस्याओं के प्रति विद्यार्थियों में इन्हीं गुणों को विकसित करने का उद्देश्य है सीसीएलई की यह महत्वपूर्ण गतिविधि:- प्रोजेक्ट प्रपोजल राइटिंग ।
इस गतिविधि के अंतर्गत विद्यार्थी अपने आसपास की समस्याओं को चिन्हित करके समाधान खोजने का प्रयास करते हैं और अपने प्रपोजल को सही स्वरूप में लिखकर प्रस्तुत करते हैं जिससे कि संबंधित निकाय को समस्या समाधान में सहायता मिल सके ।
इस गतिविधि के मुख्य चरण हैं
- अपने परिवेश की समस्या की पहचान और चिन्हित करना
- समस्या के विभिन्न आयामों पर चर्चा करना
- संभावित समाधान खोजने हेतु अनुसंधान एवं परिचर्चा
- समस्या समाधान के सुझाव का विधिवत प्रस्तुतीकरण
विद्यार्थियों में लेखन से संबंधित कई तरह की योग्यता एवं कला विकसित करने वाली यह गतिविधि आने वाले समय में उन्हें विचार अभिव्यक्ति के लिए प्रेरित करेगी, साथ ही उनके लिए लेखन क्षेत्र में अनेक तरह की कैरियर संभावनाओं के द्वार खोलेगी ।
स्व विवरण लेखन / रिज्यूमे लेखन
इस गतिविधि के अंतर्गत विद्यार्थी अपने कौशलों का स्व विवरण तैयार करते हैं । यह एक व्यक्तिगत गतिविधि है, जिसमें विद्यार्थी एक निर्धारित प्रारूप में अपने रुझान, कौशल, अकादमिक विवरण एवं पाठ्य सहगामी गतिविधियों में सहभागीता की जानकारियां एकत्रित करता है ताकि उसे अपनी खूबियों एवं खामियों के विषय में जागरूकता हो सके ।
इस गतिविधि के चार मुख्य चरण हैं
- शिक्षक द्वारा रिज्यूमे के विषय में उन्मुखीकरण
- छात्रों द्वारा अपने संभावित स्वप्न एवं लक्ष्यों का निर्धारण
- छात्रों द्वारा अपने सामर्थ्य एवं कौशलों का संकलन
- दिए गए रिज्यूमे प्रारूप में उपरोक्त जानकारियों का विधिवत प्रस्तुतीकरण
स्व विवरण का प्रारूप
FAQs : अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न :
प्रश्न 1. क्या लेखन कौशल के लिए गहन और व्यापक ज्ञान की आवश्यकता होती है?
उत्तर : हाँ, लेखन कौशल के लिए वास्तव में उस विषय के बारे में काफी गहन और व्यापक ज्ञान की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 2. लेखन कौशल क्या होता है?
उत्तर :लेखन कौशल एक विधा होती है जिसमें व्यक्ति किसी भी विषय में समझ उसके विश्लेषण पर प्रस्तुति की क्षमता और दक्षता का आकलन करता है।
प्रश्न 3. क्यों लेखन कौशल को महत्वपूर्ण माना जाता है?
उत्तर :लेखन कौशल को सतत एवं व्यापक मूल्यांकन कार्यक्रम में महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इससे विद्यार्थी के विकास में मदद मिलती है और उसके विचारों को दूसरों के साथ साझा करने का माध्यम बनता है।
प्रश्न 4. लेखन कौशल क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर :लेखन कौशल से विद्यार्थी अपने विचारों को व्यक्त कर सकते हैं और दूसरों के साथ संवाद कर सकते हैं, जो कि 21वीं सदी के कौशलों में से एक है।
प्रश्न 5. प्रभावशाली लेखन के लिए क्या कार्य करना होता है?
उत्तर :प्रभावशाली लेखन के लिए विद्यार्थी को रिसर्च करना, अपना शब्द भंडार बढ़ाना, और संबंधित वातावरण का भौतिक रूप से अध्ययन करना होता है।
प्रश्न 6. कौन-कौन सी गतिविधियां लेखन कौशल के अंतर्गत आती हैं?
उत्तर :लेखन कौशल के अंतर्गत निबंध लेखन, समाचार पत्र लेखन, कहानी, कविता और नाट्य लेखन, प्रोजेक्ट, प्रपोजल या परियोजना लेखन, स्व विवरण लेखन, और रीज्यूमे लेखन शामिल होती हैं।
प्रश्न 7 . निबंध लेखन क्या है?
उत्तर :निबंध लेखन वह गतिविधि है जिसमें किसी विषय को गहन रिसर्च के बाद तर्क और तथ्यों के ढांचे में फिट करके उसे व्यवस्थित रूप देना होता है, ताकि विषय को गहराई से समझा जा सके।
प्रश्न 8. निबंध का उद्देश्य क्या होता है?
उत्तर :निबंध व्यक्तित्व की अभिव्यक्ति होता है और किसी विषय विशेष का विस्तृत स्वरूप दिखाने का कार्य करता है।
प्रश्न 9. क्यों निबंध लेखन को सिखना महत्वपूर्ण है?
उत्तर :निबंध लेखन के माध्यम से विद्यार्थी अपने अनुभवों को दूसरों के साथ साझा करते हैं और विषय की गहराई को समझाते हैं, जिससे उनके व्यक्तित्व में सुधार आता है।
प्रश्न 10. निबंध लेखन के चरण क्या होते हैं?
उत्तर :निबंध लेखन के चरण इस प्रकार होते हैं:
विषय का चयन
शोध और सूचना संकलन
निबंध का लिखावटी प्रस्तुतीकरण
परिचर्चा और सुधार
प्रश्न 11. क्या निबंध के विषय का चयन माह की थीम के आधार पर किया जाता है?
उत्तर :हाँ, निबंध के विषय का चयन माह की थीम के आधार पर किया जाता है।
प्रश्न 12. निबंध लेखन के चरणों में शोध कैसे किया जाता है?
उत्तर :शोध के लिए विद्यार्थी विभिन्न स्रोतों से जानकारी और संदर्भ सामग्री जुटाते हैं और विषय के बारे में गहरा ज्ञान प्राप्त करते हैं।
प्रश्न 13. क्या निबंध लेखन से विद्यार्थी के व्यक्तित्व में सुधार आता है?
उत्तर : हाँ, निबंध लेखन से विद्यार्थी के व्यक्तित्व में सुधार आता है, क्योंकि इससे उनकी विचारिक क्षमता विकसित होती है और वे अपने अनुभवों को साझा करते हैं।
प्रश्न 14. समाचार पत्र लेखन क्या है?
उत्तर :समाचार पत्र लेखन एक प्रकार की गतिविधि है जिसमें विद्यार्थी समाचार पत्र के माध्यम से विभिन्न घटनाओं और खबरों को एक पत्रकारिक दृष्टिकोण से लिखते हैं और उन्हें प्रकाशित करते हैं।
प्रश्न 15. समाचार पत्र का महत्व क्या है?
उत्तर :समाचार पत्र हमारे दैनिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसके माध्यम से हम आसपास की घटनाओं, देश विदेश की खबरें, और राष्ट्र की दिशा-दशा का पता लगाते हैं।
प्रश्न 16. भारत में प्रिंट मीडिया का स्थान क्या है?
उत्तर :भारत में प्रिंट मीडिया व्यवसाय में विश्व में दूसरे नंबर पर है, जिसमें 100,000 से भी अधिक पंजीकृत पब्लिकेशंस हैं।
प्रश्न 17. सीसीएलई की समाचार पत्र गतिविधि क्या है?
उत्तर :सीसीएलई की इस सामूहिक गतिविधि के अंतर्गत सदन के विद्यार्थी “अपना समाचार” नामक अपने अखबार को प्रकाशित करते हैं, जिसमें वे अपने आसपास की घटनाओं को पत्रकार की नजर से देखते हैं और खबर बनाते हैं।
प्रश्न 18. समाचार पत्र लेखन के माध्यम से क्या सीखा जाता है?
उत्तर :समाचार पत्र लेखन के माध्यम से विद्यार्थी खबर लिखने के शिल्प, सही और गलत खबर की पहचान, खबरों के गुणवत्ता को बढ़ाना, और खबरों को समाचार पत्र के रूप में प्रकाशित करने का कौशल सीखते हैं।
प्रश्न 19. समाचार पत्र लेखन के चरण क्या होते हैं?
उत्तर : समाचार पत्र लेखन के चरण इस प्रकार होते हैं:
समाचार पत्र का नाम और लोगों का डिज़ाइन
समाचार पत्र के प्रष्ठों और भूमिका का निर्धारण
घटनाओं या खबरों का संकलन और उनके साथियों से परिचर्चा
समाचार पत्र के सभी पृष्ठों का संकलन और संपादन
प्रश्न 20. कहानी, कविता और नाटक लेखन क्या होता है?
उत्तर :कहानी, कविता और नाटक लेखन एक कला है जिसमें विद्यार्थियों को कहानियों, कविताओं और नाटकों के माध्यम से कल्पना और रचनात्मकता का सामर्थ्य विकसित किया जाता है।
प्रश्न 21 कहानी, कविता और नाटक लेखन गतिविधि का महत्व क्या है?
उत्तर :इस गतिविधि के माध्यम से विद्यार्थियों में रचनात्मकता, कल्पनाशीलता, और साहित्यिक दृष्टिकोण का विकास होता है। यह उन्हें विभिन्न रचनात्मक शैलियों को समझने और सृजनात्मकता को बढ़ाने में मदद करता है।
प्रश्न 22. कहानी, कविता और नाटक लेखन के चरण क्या होते हैं?
उत्तर :इस गतिविधि के चरण निम्नलिखित होते हैं:
कहानी, कविता, या नाटक को पढ़ना और शिल्प को समझना
अपनी कल्पना से कहानी या कविता लिखना
शिक्षक के मार्गदर्शन में किसी पाठ्यपुस्तक या प्रसिद्ध नाटक को समझना
शिक्षकों के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों द्वारा नाटक लेखन करना
प्रश्न 23. कैसे कहानी, कविता और नाटक लेखन गतिविधि से लाभ होता है?
उत्तर :इस गतिविधि से विद्यार्थियों के रचनात्मकता और कल्पनाशीलता का विकास होता है। वे अपने विचारों और भावनाओं को साहित्यिक रूप में अभिव्यक्त करने का कौशल सीखते हैं और आत्मविश्वास भी विकसित होता है।
प्रश्न 24. कहानी, कविता और नाटक लेखन गतिविधि के अंतर्गत कैसे काम किया जाता है?
उत्तर :इस गतिविधि में, विद्यार्थियों को प्रसिद्ध कहानियों, कविताओं और नाटकों को पढ़ने के बाद खुद से कहानी, कविता या नाटक लिखने का मौका मिलता है। शिक्षकों के मार्गदर्शन में, वे अपनी रचनाओं को पूरा करते हैं और साहित्यिक रूप में अभिव्यक्ति करते हैं।
प्रश्न 25: प्रोजेक्ट प्रपोजल क्या है?
उत्तर :प्रोजेक्ट प्रपोजल एक ऐसा दस्तावेज़ होता है जिसमें एक प्रकल्प या परियोजना की विस्तार से जानकारी और योजना होती है। यह दस्तावेज़ एक सरल तरीके से समझाता है कि प्रकल्प क्या है, इसके लक्ष्य क्या है, कैसे किया जाएगा, और कितने वक्त और संसाधन की आवश्यकता होगी। यह दस्तावेज़ आमतौर पर निवेदकों और वित्तकों को एक विस्तृत जानकारी प्रदान करता है ताकि वे निर्णय लें कि क्या प्रोजेक्ट को मंजूरी देनी चाहिए या नहीं।
प्रश्न 26: प्रोजेक्ट प्रपोजल क्यों लिखना महत्वपूर्ण है?
उत्तर :प्रोजेक्ट प्रपोजल लिखना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एक प्रकल्प की सफलता के लिए आवश्यक रहता है। यह दस्तावेज़ निवेदकों को प्रकल्प की सारी जानकारी प्रदान करता है और संदर्भित पार्टी को योजना के बारे में स्पष्ट और सुविधाजनक जानकारी देता है। यह निवेदकों और संबंधित पार्टियों के बीच सहमति प्राप्त करने में मदद कर सकता है और वित्तकों को यह दिखाने में मदद करता है कि प्रोजेक्ट का निवेश करना क्यों बेहतर हो सकता है।
प्रश्न 27: प्रोजेक्ट प्रपोजल कैसे लिखें?
उत्तर :प्रोजेक्ट प्रपोजल लिखने के लिए निम्नलिखित कदम अनुसरण किए जा सकते हैं:
प्रारंभिक विचार: प्रोजेक्ट के मुख्य विचार और उद्देश्यों को स्पष्ट करें।
समस्या और आवश्यकता: समस्या की परिभाषा करें और यह बताएं कि प्रोजेक्ट क्यों महत्वपूर्ण है।
लक्ष्य और मानक: प्रोजेक्ट के लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करें और कैसे मापा जाएगा यह दिखाएं।
योजना: प्रोजेक्ट की विस्तारित योजना के बारे में बताएं, सहमति के साथ कैसे किया जाएगा, समयसीमा, और वित्तीय आवश्यकताओं के साथ।
संसाधन: प्रोजेक्ट के लिए आवश्यक संसाधनों का विवरण और जरूरत का मूल्यांकन करें।
परिणाम: प्रोजेक्ट के सकारात्मक परिणाम और उनके प्रभाव को स्पष्ट करें।
प्रश्न: परियोजना लेखन क्या है?
उत्तर :परियोजना लेखन एक विशेष परियोजना के लिए एक योजना बनाने की प्रक्रिया है। यह योजना विवरण, समयसीमा, लक्ष्य, और संसाधनों का सुझाव देती है जिससे कि परियोजना को सफलता के साथ पूरा किया जा सके।
प्रश्न 28: परियोजना लेखन के लिए क्या उपाय हैं?
उत्तर :परियोजना लेखन के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय निम्नलिखित हैं:
सुचिन्तन और योजना: परियोजना की शुरुआत से ही सुचिन्तन करें और योजना बनाएं।
संग्रहण और विचारशीलता: समस्या को जीवंत बनाएं और समाधान के लिए विचारशील रूप से सोचें।
सामग्री: सारी आवश्यक जानकारी, संदर्भ, और संसाधनों को एक साथ रखें।
समय सारणी: एक सटीक समयसीमा बनाएं और अनुमानित समय की पालन करें।
सहयोग: आवश्यक होने पर सहायक लोगों से सहायता लें और सहयोगी प्राप्त करें।
स्पष्टता: योजना को स्पष्ट और सरल भाषा में लिखें ताकि अन्य लोग आसानी से समझ सकें।
मूल्यांकन और संशोधन: योजना को नियमित रूप से मूल्यांकन करें और जरूरत के हिसाब से संशोधन करें।
प्रश्न 29: परियोजना के विवरण में क्या शामिल किया जाना चाहिए?
उत्तर :परियोजना के विवरण में निम्नलिखित जानकारी शामिल की जानी चाहिए:
परियोजना का नाम और विवरण
परियोजना के लक्ष्य और मानक
समस्या का विवरण और आवश्यकता का जानकारी
योजना के समयसीमा और लागत का बजट
परियोजना के प्रकार और उपयोगी जानकारी
संसाधनों की विस्तारित सूची
परियोजना के संदर्भ और सांविदानिकता
प्रश्न 30: प्रोजेक्ट प्रपोजल और परियोजना लेखन का उपयोग कहाँ होता है?
उत्तर :प्रोजेक्ट प्रपोजल और परियोजना लेखन का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में होता है, जैसे कि विज्ञान, शिक्षा, विपणन, सामाजिक कार्य, स्वास्थ्य, और गवर्नमेंट परियोजनाओं में। इसका उपयोग योजनाएँ बनाने, विकसित करने, और मॉनिटर करने के लिए किया जाता है ताकि वे सफलता प्राप्त कर सकें।
प्रश्न 31: स्व विवरण लेखन क्या है?
उत्तर :स्व विवरण एक व्यक्तिगत दस्तावेज़ होता है जिसमें आपके व्यक्तिगत जीवन, शैली, कौशल, और अन्य महत्वपूर्ण विवरण होते हैं। यह दस्तावेज़ आपके व्यक्तिगत प्रोफ़ाइल को प्रस्तुत करने का कार्य करता है और आपके कौशल, अभिज्ञान, और शैली को दिखाता है।
प्रश्न 32: स्व विवरण लेखन क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर :स्व विवरण लेखन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन को सुधारने और समर्थन प्राप्त करने का माध्यम होता है। यह आपके कौशल, अभिज्ञान, और अनुभव को प्रस्तुत करके दूसरों को यह बताने में मदद करता है कि आप कितने प्राधिकृत हैं और आपके पास क्या योग्यताएँ हैं।
प्रश्न 33: स्व विवरण लेखन के लिए कैसे तैयारी करें?
उत्तर :स्व विवरण लेखन के लिए तैयारी करने के लिए निम्नलिखित कदम उपयोगी हो सकते हैं:
जानकारी संग्रहण: अपने शैली, कौशल, और अभिज्ञान की सूची बनाएं।
लक्ष्य तय करें: जानें कि आप किस क्षेत्र में या किस प्रकार के काम के लिए अपना स्व विवरण लिख रहे हैं।
स्वयं की अद्वितीय गुणधर्म: आपके विशिष्ट कौशल और विशेषताओं को प्राथमिकता दें।
महत्वपूर्ण अभिज्ञान: अपने पेशेवर अनुभव, प्रकल्पों, और साक्षरता को जोड़ें।
साक्षरता और प्रमाण पत्र: यदि आपके पास कोई साक्षरता या प्रमाण पत्र है, तो इसे शामिल करें।
प्रमुख प्रमाण: आपकी सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धियों को हाइलाइट करें।
संवाद करें: आपके दोस्त, परिवार, और पेशेवर संपर्कों से सलाह लें और उनसे आपके स्व विवरण को संवादित करने के लिए मदद प्राप्त करें।
प्रश्न 34: स्व विवरण कैसे तैयार करें?
उत्तर :स्व विवरण तैयार करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
प्रारंभ करें विचार देने से: अपने स्व विवरण को लिखने से पहले विचार दें और विचारशील तरीके से तैयारी करें।
पेशेवर रूप से लिखें: व्यक्तिगत रूप से नहीं, पेशेवर तरीके से अपने स्व विवरण को लिखें।
संक्षेप और स्पष्टता: संक्षेप करें और स्पष्ट भाषा में लिखें।
सच्चाई का पालन करें: कभी भी जानकारी को झुठलाने का प्रयास न करें, सच्चाई का पालन करें।
शैली का चयन: आपकी शैली और लेखन की शैली आपके पेशेवर प्रोफ़ाइल को बढ़ावा देती है, इसलिए उसका ध्यान रखें।
संशोधन और सुधारना: स्व विवरण को संशोधित करें और सुधारें, यदि आवश्यक हो।
परियोजनाओं और साक्षरता का प्रमाण: आपके प्रोजेक्ट्स, कार्य, और साक्षरता के प्रमाण को शामिल करें।
जाँच करें: आपके स्व विवरण को एक बार फिर से जाँच लें और ग्रामर और शैली की चुनौतियों को दूर करें।
संपादन: सभी विवरण को संपादित करें और उन्हें संरेखित करें ताकि वे सुंदर और पेशेवर दिखें।
प्रश्न 35: स्व विवरण कैसे प्रस्तुत करें?
उत्तर :स्व विवरण को प्रस्तुत करने के लिए निम्नलिखित चरण फ़ॉलो करें:
संदर्भ: आपका नाम, संपर्क जानकारी, और स्वर्गीय संपर्क जानकारी जैसी महत्वपूर्ण संदर्भ प्रस्तुत करें।
लक्ष्य: आपके स्व विवरण के उद्देश्य को स्पष्ट करें – यानि कौशल, कौशल, और लक्ष्य क्या हैं।
व्यक्तिगत जीवन का विवरण: आपके व्यक्तिगत जीवन का संक्षेप दें, जैसे कि जन्म तिथि, पति/पत्नी, और परिवार के बारे में।
शैली: आपकी काम करने की शैली और दृष्टिकोण के बारे में बताएं।
कौशल और क्षमताएं: आपके कौशल, अभिज्ञान, और साक्षरता की सूची प्रस्तुत करें।
प्रोजेक्ट्स और काम: आपके प्रमुख प्रोजेक्ट्स और काम का विवरण दें, उनके मूल्यांकन, और उनकी महत्वपूर्ण जानकारी।
साक्षरता और प्रमाण पत्र: यदि आपके पास कोई साक्षरता या प्रमाण पत्र है, तो उन्हें शामिल करें।
संघटन: सभी जानकारी को अच्छी तरह से संघटित करें और उन्हें सुंदर और प्रोफ़ेशनल रूप में प्रस्तुत करें।
संपर्क: आपके संपर्क जानकारी को अंत में शामिल करें ताकि लोग आपसे संपर्क कर सकें।
स्व विवरण तैयार करने के बाद, उसे प्रिंट करके या ईमेल के माध्यम से अपने लक्ष्यभूत उद्देश्यों के साथ प्रस्तुत करें।